यह पूछने पर कि सरकार गोल्फरों की मदद कैसे कर सकती है तो 62 वर्षीय पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘यह सिर्फ गोल्फ के लिए ही नहीं, बल्कि सभी खेलों में आपको खेल उत्पादों से शुल्क हटाना होगा, सबसे बड़ी जरूरत यही है. यह बैडमिंटन हो, टेबल टेनिस हो या फिर गोल्फ.’ भारतीय पेशेवर गोल्फ टूर (पीजीटीआई) के बोर्ड सदस्यों में से एक कपिल ने कहा, ‘जो युवा खेलों में आना चाहते हैं, उन्हें कई चीजें खरीदनी होती हैं. जैसे स्पाइक्स, जूते आदि. खेल उपकरणों पर जो शुल्क लग रहा है, वो देश के लिए ज्यादा नहीं है. अगर वे इसे बंद कर देते हैं, तो इससे खेलों पर काफी असर पड़ेगा.’
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इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी ध्यान देने की जरूरत
कपिल देव ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर भी बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर सबसे महत्वपूर्ण चीज है, जिसमें सरकार मदद कर सकती है. कॉर्पोरेट भी मदद कर रहे हैं. सरकार सब कुछ नहीं कर सकती. खेल फेडरेशन को भी आत्मनिर्भर होना चाहिए. पूर्व भारतीय कप्तान कपिल ने कहा कि हमें युवाओं को खेलने का मौका देना चाहिए. नीरज चोपड़ा हमें मेडल दिला देंगे, कौन यह कह सकता था. अगर भाले की कीमत एक लाख रुपए होगी तो कितने बच्चे इसे वहन कर सकेंगे. इसलिए खेल सामान पर शुल्क नहीं लगाया जाना चाहिए.
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