Injection vials and syringes were found in the toilet of Eklavya Stadium, athletics competition was going on in the stadium, RSO said that investigation will be done | एकलव्य स्टेडियम के टायलेट में इंजेक्शन के वायल और सीरिंज मिले, स्टेडियम में चल रही थी एथलेटिक्स प्रतियोगिता, आरएसओ बोले कराएंगे जांच

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  • एकलव्य स्टेडियम के शौचालय में मिली इंजेक्शन की शीशियां और सीरिंज, स्टेडियम में चल रही थी एथलेटिक्स प्रतियोगिता, आरएसओ ने कहा कि जांच होगी
आगरा:एक घंटा पहले
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स्टेडियम में चल रही थी राज्यस् - Dainik Bhaskar

स्टेडियम में चल रही थी राज्यस्

आगरा के एकलव्य स्पोर्ट्स स्टेडियम में हुई स्टेट एथलेटिक्स प्रतियोगिता डोपिंग के आरोप में घिर गई है। प्रतियोगिता में भाग ले रहे खिलाड़ियों पर इंजेक्शन लेने का आरोप है। स्टेडियम के टायलेट में बड़ी संख्या में इंजेक्शन के वायल और सीरिंज मिली हैं। इसके बाद अब क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी ने पूरे मामले की जांच की बात कही है।

स्टेडियम के टायलेट में पड़ी खाली वायल और सीरिंज।

स्टेडियम के टायलेट में पड़ी खाली वायल और सीरिंज।

स्टेडियम में हुई थी प्रतियोगिता
एकलव्य स्टेडियम में दो दिवसीय राज्यस्तरीय एथलीट प्रतियोगिता का बुधवार को समापन हो गया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों के प्रतिबंधित इंजेक्शन लेकर भाग लेने की बात सामने आ रही है। बुधवार को स्टेडियम के टायलेट में बड़ी संख्या में इंजेक्शन की खाली वायल और सीरिंज पड़ी थीं। कहा जा रहा है कि इन इंजेक्शन का प्रयोग प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों ने किया है। इस मामले में आयोजन समिति के संयुक्त सचिव गौरव कुमार वशिष्ठ ने बताया कि बाथरूम में जो सीरिंज और खाली इंजेक्शन वायल पड़े मिले हैं, उसे बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों ने इसका इस्तेमाल किया या स्टेडियम में आने वाले खिलाड़ी इसका इस्तेमाल करते हैं। जब उनसे पूछा गया कि प्रतियोगिता में आए खिलाड़ियों का डोप टेस्ट हुआ तो उन्होंने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी से आयोजन के दौरान मेडिकल टीम की तैनाती के आदेश कराए गए थे लेकिन एक भी दिन मेडिकल टीम नहीं आई। ऐसे में खिलाड़ियों की जांच नहीं हो सकी।

आरएसओ बोले पूरे मामले की कराई जाएगी जांच
एथलेटिक्स प्रतियोगिता में प्रतिबंधित इंजेक्शन लेने के मामले में क्षेत्रीय क्रीड़ाधिकारी एसके जोशी का कहना है कि आयोजन कराने वाली एसोसिएशन को खिलाड़ियों का डोप टेस्ट कराना होता है। इसके बाद भी वो अपने स्तर से इस प्रकरण की जांच कराएंगे।

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