
तेज प्रताप यादव ने अपने संगठन छात्र जनशक्ति परिषद के लिए राजनीति सीखो और नेतृत्व करो का नारा देते हुए 100 दिनों का ऐक्शन प्लान तैयार किया है।
तेजप्रताप यादव के नए संगठन छात्र जनशक्ति परिषद में लोगों की मदद करने के लिए तीन प्रकोष्ठ बनाया गया है। शिक्षा से संबंधित मसलों को देखने के लिए शिक्षा परिषद, लोगों को न्याय दिलाने के लिए न्याय परिषद और सामान्य जन की मदद के लिए जनपरिषद बनाया गया है। इन परिषदों ने लोगों को उनकी योग्यता के हिसाब से रखा जाएगा। तेजप्रताप के इस संगठन से जुड़े लोग युवाओं को यूपीएससी और दूसरी नौकरियों में जाने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके लिए संगठन की तरफ से ही कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी।
साथ ही तेजप्रताप ने इस संगठन के लिए राजनीति सीखो और नेतृत्व करो का नारा भी दिया है। इस नारे का असली मकसद युवाओं को राजनीति की तरफ प्रेरित करना भी है। संगठन ने आगामी 100 दिनों के लिए अपने कार्यक्रम का भी ऐलान कर दिया है। यह कार्यक्रम 26 सितंबर से लेकर 26 नवंबर तक चलेगा. इस दौरान संगठन से जुड़े लोग राज्य के अलग अलग हिस्सों में जाकर युवाओं, विद्यार्थियों और सामजिक कार्यकर्ताओं को संगठन से जोड़ेंगे।
तेजप्रताप ने छात्र जनशक्ति परिषद के संगठन प्रभारी की जिम्मेदारी डॉ सुमंत राव को दी है और प्रशांत यादव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। हालांकि छात्र जनशक्ति परिषद ने चुनावी राजनीति में नहीं आने का ऐलान किया है। संगठन के नेताओं ने पिछले दिनों कहा था कि यह कोई राजनीतिक दल नहीं है इसलिए हमारा काम चुनाव लड़ना नहीं है। बल्कि हम राजद को मजबूत करने के लिहाज से काम कर रहे हैं।
नए संगठन की शुरुआत के मौके पर बिहार सरकार के पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने भी कहा था कि राजद को सशक्त करने के लिए यह नया सामाजिक संगठन बनाया गया है। यह शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून और बेरोजगारी सरीखे अहम मुद्दों को उठाने का काम करेगा। साथ ही उन्होंने कहा था कि हम इसके जरिए बिहार में नए आंदोलन की शुरुआत करेंगे, जो कि दूसरे राज्यों तक भी पहुंचेगा। छात्र राजद अलग काम करेगा, जबकि यह दूसरी तरह से चलेगा।
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