कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने गुरुवार को कहा कि राजस्थान में कैबिनेट विस्तार और अलग अलग बोर्ड-निगमों में नियुक्तियों को लेकर रोडमैप तैयार है और अगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीमार नहीं हुए होते तो अब तक ये काम पूरे हो चुके होते।
सचिन पायलट को पार्टी के राष्ट्रीय संगठन में जिम्मेदारी दिए जाने की अकटलों से जुड़े प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इस पर कोई भी फैसला पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के स्तर पर होगा। उल्लेखनीय है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। पायलट गुट सरकार और संगठन में अपना उचित प्रतिनिधित्व चाहता है। कांग्रेस आलाकमान दोनों गुटों के बीच संतुलन बनाकर समाधान निकालने की कोशिश में है।
बताया गया है कि सचिन पायलट गुट और सीएम अशोक गहलोत के बीच चल रहे तनाव को इस कैबिनेट फेरबदल के जरिए खत्म करने की कोशिश की जाएगी। पिछले महीने भी इसी मामले को लेकर पार्टी नेताओं के बीच बैठक हुई थी। मत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल तथा राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर विचार विमर्श किया गया।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पंजाब के मामले का समाधान करने के बाद कांग्रेस आलाकमान, राजस्थान मसले को निपटाना चाहते हैं लेकिन पिछले दिनों अशोक गहलोत की तबीयत बिगड़ने पर इस पर ब्रेक लग गया। पार्टी नेतृत्व राजस्थान के सियासी मसले का समाधान जुलाई में ही करना चाहता था। राजस्थान की मौजूदा अशोक गहलोत सरकार दिसंबर 2018 में सत्ता में आई थी और अपना लगभग आधा कार्यकाल पूरा कर चुकी है।
Click Here to Subscribe Newsletter
from COME IAS हिंदी https://ift.tt/3hBm1Uj
एक टिप्पणी भेजें