- हिंदी समाचार
- स्थानीय
- Uttar pradesh
- कानपुर
- ईओडब्ल्यू गिरफ्तार, शातिर ने फर्जी दस्तावेज डालकर बैंक से लिया था 5.75 लाख रुपये का कर्ज, बैंक मैनेजर समेत चार आरोपित अब भी फरार
- कॉपी लिंक

फरार आरोपित कुरैश अहमद को चमनगंज से गिरफ्तार कर लिया
आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने फर्जीवाड़ा कर 5.75 लाख बैंक फ्रॉड मामले में दस साल बाद चमनगंज से एक आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा। अभी भी बैंक की इस धोखाधड़ी में चार आरोपी फरार चल रहे हैं। इसमें बैंक के तत्कालीन वरिष्ठ प्रबंधक को भी आरोपित बनाया गया है।
बैंक मैनेजर की भूमिका संदिग्ध मिलने पर उन्हें भी बनाया गया था आरोपी
एसपी ईओडब्ल्यू बाबूराम ने बताया कि अनवरगंज थाने में 8 जुलाई 2010 को पंजाब एंड सिंध बैंक के वरिष्ठ बैंक प्रबंधक प्रेमशंकर सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें इन्होंने फहीमाबाद निवासी एजाज अहमद, उसकी पत्नी बालिया बेगम, घोसियाना निवासी शकील, फहीमाबाद निवासी कुरैश अहमद पर आरोप लगाया था कि इन लोगों ने फर्जी सरकारी आईडी और अन्य दस्तावेज के सहारे बैंक को धोखे में रखते हुए 5.75 लाख रुपए का लोन करा लिया था। अनवरगंज थाने में इसकी एफआईआर दर्ज हुई, लेकिन 22 सितम्बर 2011 को यह विवेचना ईओडब्ल्यू के पास आ गई। ईओडबल्यू टीम ने मामले में जांच की। मामले में जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने चार्जशीट लगाई। गुरुवार को टीम ने इसमें से एक फरार आरोपित कुरैश अहमद को चमनगंज से गिरफ्तार कर लिया। जबकि अन्य चार की तलाश की जा रही है।
बैंक मैनेजर की मिलीभगत सामने आई
ईओडब्ल्यू की जांच में पंजाब एंड सिंध बैंक लाटूश रोड शाखा के तत्कालीन वरिष्ठ प्रबंधक लोक विहार प्रीतमपुरा दिल्ली निवासी श्रीकृष्ण कुमार की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई थी। जिसके बाद इन्हें भी मामले में आरोपित बनाया गया है। एसपी ईओडब्ल्यू बाबूराम ने बताया कि तत्कालीन बैंक प्रबंधक के अलावा मामले में चार अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
Click Here to Subscribe
from COME IAS हिंदी https://ift.tt/3zfNUHF
एक टिप्पणी भेजें