आलिया भट्ट और रणबीर कपूर की निकटता की खूब चर्चा है और यहां तक कहा जा रहा है कि जल्दी ही दोनों शुभमंगल सावधान कर फिल्म इडस्ट्री को दावत दे सकते हैं।
आलिया भट्ट और रणबीर कपूर की निकटता की खूब चर्चा है और यहां तक कहा जा रहा है कि जल्दी ही दोनों शुभमंगल सावधान कर फिल्म इडस्ट्री को दावत दे सकते हैं। दोनों के विदेश में साथ छुट्टियां मनाने के फोटो भी खूब छपे हैं। रणबीर इन दिनों आलिया भट्ट की तारीफें करते नहीं थक रहे हैं। उनका कहना है कि आलिया बेहतरीन अभिनेत्री हैं और अपनी आनेवाली फिल्म ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतेगी। रणवीर एक तरह से ठीक कह रहे हैं क्योंकि भंसाली की फिल्में ‘देवदास’, ‘ब्लैक’, ‘मेरी काम’, ‘बाजीराव मस्तानी’ और ‘पद््मावत’ राष्ट्रीय पुरस्कार पा चुकी हैं।
भंसाली महिलाप्रधान फिल्में बनाने के लिए मशहूर हैं इसलिए हो सकता है कि ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ भी कोई न कोई राष्ट्रीय पुरस्कार झटक ही ले और आलिया फिल्मजगत में अपनी साख और मजबूत कर लें। ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ एक ऐसी महिला की कहानी है, जो अपने प्रेमी से धोखा खाने के बाद जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दी जाती है और बाद में इसी दुनिया में ताकतवर बनकर सामने आती है। ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ का निर्देशन कर रहे हैं संजय लीला भंसाली। रणबीर कपूर भंसाली स्कूल से ही निकले हैं। एक तरह से रणबीर एक पत्थर से दो चिड़िया मार रहे हैं। एक ओर वह आलिया का उत्साह बढ़ा रहे हैं और दूसरी ओर लोगों में ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ को लेकर दर्शकों उत्सुकता पैदा कर रहे हैं।
सनी देओल के भक्त
निर्देशक अनिल शर्मा और सनी देओल की फिल्म ‘गदर- एक प्रेम कथा’ ने 20 साल पहले 2001 में खूब धमाल मचाया था और सनी देओल के पाकिस्तान जाकर हैंडपैंप उखाड़ने के सीन दो दशकों तक अलग अलग मंचों पर व्याख्या होती रही। अब अनिल शर्मा ने इसकी सीक्वेल ‘गदर 2’ बनाने की घोषणा की है। वैसे भी अनिल शर्मा देओल परिवार के भक्त रहे हैं। मुंबई फिल्मजगत में कहा जाता है कि फिल्मों की सफलता का कोई तय फार्मूला नहीं होता, इसलिए लोग अपनी पुरानी सफलताओं को दोहराने में यकीन रखते हैं।
सीक्वेल फिल्में अपनी पुरानी सफलता को दोहराने का ही एक तरीका होता है। शर्मा की पिछली तीन फिल्में- सलमान को लेकर ‘वीर’, ‘सनी’ को लेकर ‘सिंह साब द ग्रेट’ और उत्कर्ष शर्मा को लेकर ‘जीनियस’ फेल हो चुकी हैं। दूसरी ओर सनी देओल भी निर्देशक बनकर अपने बेटे करण देओल को लेकर ‘पल पल दिल के पास’ बना चुके हैं। उनकी ‘मोहल्ला असी’ और ‘भाईजी सुपरहिट’ जैसी फिल्में बड़ी मुश्किल से रिलीज हो सकी हैं। इसलिए अनिल शर्मा और सनी देओल दोनों के लिए जरूरी था कि वे अपनी पुरानी सफलता को दोहराएं। ‘गदर 2’ की घोषणा इस लिहाज से एकदम ठीक है।
फरदीन की वापसी
फिरोज खान जैसे हैंडसम हीरो की हिंदी फिल्मों में अपनी जगह थी। उनकी ‘धर्मात्मा’ से लेकर ‘कुर्बानी’ तक की फिल्मों ने टिकट खिड़की पर खूब हंगामा किया। फिर उन्होंने 1998 में अपने बेटे फरदीन खान को ‘प्रेम अगन’ से हीरो बनाया। फरदीन छिटपुट सफलताओं के साथ 10-12 साल फिल्मों में चलते रहे। फिर कोकीन कांड में फंसने के बाद उनका करियर ठंड खाए पापड़ की तरह नरम पड़ गया। फरदीन की पिछली रिलीज फिल्म थी 2010 में आई ‘दूल्हा मिल गया’। सोलह सौ लगाकर हजार कमाने जैसी स्थिति में रही इस फिल्म के बाद फरदीन खान लुप्त से हो गए। अब टी सीरीज और संजय गुप्ता (‘कांटे’ फेम) ने फरदीन खान को फिर से जमाने की सुपारी उठाई है। फिल्म का नाम ‘विस्फोट’ होगा और इसका निर्देशन कूकी गुलाटी करेंगे। फिल्म में फरदीन के साथ रितेश देशमुख भी नजर आएंगे। यह वेनेजुएला की फिल्म ‘राक पेपर सीजर’ से प्रेरित होगी।
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