सुशील मोदी ने कहा कि आतंकियों ने बिहार के लोगों को टारगेट नहीं किया है। उन्होंने वहां प्रवासी और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया है। इस पर मांझी ने सुशील मोदी को जवाब देते हुए कहा कि “हम मांझी हैं, मैदान छोड़कर भागने वाले नहीं हैं। हर मुश्किल से लड़ने वाले हैं।”
उनके इस बयान पर तुरंत पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा कि मांझी जी को 10 दिनों के लिए पुलवामा भेज दिया जाना चाहिए। कहा कि कश्मीर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर इस तरह के हल्के बयान नहीं देने चाहिए। कश्मीर को संभालना आसान काम नहीं है। कोई भी चाहे वह विपक्ष का नेता हो या फिर एनडीए के घटक दल का नेता हो, इस तरह की बातें नहीं बोलनी चाहिए। कश्मीर को संभालना आसान काम नहीं है। पूरी सरकार वहां के हालात को बेहतर करने में जुटी है।
सुशील मोदी ने कहा कि आतंकियों ने बिहार के लोगों को टारगेट नहीं किया है। उन्होंने वहां प्रवासी और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया है। इस पर मांझी ने सुशील मोदी को जवाब देते हुए कहा कि “हम मांझी हैं, मैदान छोड़कर भागने वाले नहीं हैं। हर मुश्किल से लड़ने वाले हैं। वैसे आप तो केंद्र के बड़े नेता हैं, आग्रह है कि 10 दिन के लिए कश्मीर की कमान दिलवा ही दीजिए।”
दरअसल हाल ही में सेना के एक आपरेशन के दौरान जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने दो बाहरी नागरिकों की हत्या कर दी थी। श्रीनगर के ईदगाह इलाके में बिहार के एक हॉकर को गोली मार दी। मृत व्यक्ति का नाम अरविंद कुमार साह था। वह बिहार के बांका जिले का रहने वाला था और पानी पुरी बेचकर जीविका चलाता था। दूसरी घटना में आतंकियों ने शनिवार को ही पुलवामा में सगीर अहमद नाम के शख्स को गोली मारकर हत्या कर दी। यूपी का रहने वाला सगीर कारपेंटर का काम करता था। कश्मीर में 2 अक्टूबर से अब तक आतंकी 8 नागरिकों को मार चुके हैं।
इन हत्याओं से नेताओं के साथ-साथ आम लोगों में जबर्दस्त आक्रोश है। मारे गए दोनों नागरिक बेहद गरीब घरों के हैं और उनका परिवार अब अनाथ की स्थिति में आ गया है।
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