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- मुख्यमंत्री के रूप में दो बार विद्यार्थियों के कार्यक्रमों में भाग लिया, एबीवीपी के अधिवेशन और वीएसएसडी कॉलेज छात्र संघ के कार्यक्रम में भाग लिया। कानपुर
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VSSD कॉलेज के छात्र संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम मैं बैरिस्टर नरेंद्रजीत सिंह की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर कल्याण सिंह
कल्याण सिंह का शहर में छात्र संघ के दो कार्यक्रमों में आना यादगार रहा है। संजोग से दोनो ही बार वह उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री रहे थे। पहली बार वह 10 नवम्बर 1992 को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आए थे। एबीवीपी के इस कार्यक्रम का शुभारंभ दलाई लामा द्वारा किया गया था। दूसरी बार 1996 में VSSD कॉलेज में छात्र संघ के कार्यक्रम में बैरिस्टर नरेंद्र जीत सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने आए थे। उस समय भी वह मुख्यमंत्री ही थे।
ABVP के राष्ट्रीय अधिवेशन में दिया था यादगार भाषण
1992 में ABVP के राष्ट्रीय अधिवेशन में संयोजक रहे श्रीकृष्ण दीक्षित ने बताया कि समापन समारोह में कल्याण सिंह का आना हुआ था। जिसमे उन्होने युवाओं में राम मंदिर आंदोलन को लेकर जोश भर दिया था। राम मंदिर आंदोलन को सफल बनाने के लिए बड़ी संख्या में अयोध्या पहुँचने का आव्हान किया था। कल्याण सिंह ने कहा था कि मंदिर आंदोलन राष्ट्रीय अस्मिता का आंदोलन है आप सभी इससे जुड़ कर इतिहास लिखिये। उसके बाद सभी युवा ABVP के अधिवेशन के बाद सीधे अयोध्या पहुँचे थे।

वीएसएसडी कॉलेज के कार्यक्रम में छात्रों के बीच में कल्याण सिंह
बैरिस्टर नरेंद्रजीत सिंह की प्रतिमा का किया था अनावरण
1996 में दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर कल्याण सिंह VSSD कॉलेज के छात्र संघ समारोह में पहुंचे थे। बैरिस्टर नरेंद्र जीत सिंह की प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उन्होंने भाग लिया था। तत्कालीन छात्र संघ के अध्यक्ष संजीव पांडे ने बताया कि जब वह कार्यक्रम लेने लखनऊ पहुंचे थे, तो मुख्यमंत्री ने बिना किसी देरी के छात्र संघ के कार्यक्रम में शामिल होने के अनुरोध को स्वीकार कर लिया था। एक रात पहले कानपुर आकर वह सर्किट हाउस रुके थे और देर रात तक छात्रों के बीच बहुत सारी बातें करते रहते रहे थे। इस बीच उन्होंने अपने छात्र जीवन का भी खूब जिक्र किया था। फुर्सत के समय में उन्होंने बातों के बीच में ही छात्रों के बीच बैठकर ताश भी खेले थे।
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