
कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि पंजाब में एक गरीब और दलित के बेटे चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने से भाजपा की पेट में दर्द हो रहा है, जिस वजह से वह उन्हें अपमानित करने की साजिश कर रही है।
गौरतलब है कि चन्नी पंजाब में मुख्यमंत्री बनने वाले दलित समुदाय के पहले व्यक्ति हैं। उनके साथ सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी ने भी मंत्री पद की शपथ ली, जो राज्य के उप मुख्यमंत्री होगें। रंधावा जट सिख और सोनी हिंदू समुदाय से आते हैं। राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने तीनों नेताओं को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
वहीं, कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि पंजाब में एक गरीब और दलित के बेटे चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने से भाजपा की पेट में दर्द हो रहा है, जिस वजह से वह उन्हें अपमानित करने की साजिश कर रही है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बसपा प्रमुख मायावती पर भी उनके एक बयान को लेकर पलटवार किया और चुनौती दी कि वह पंजाब में शिरोमणि अकाली दल एवं बसपा के गठबंधन की ओर से किसी दलित को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करें।
कांग्रेस नेता ने सवाल किया, ‘‘क्या किसी गरीब और दलित का बेटा मुख्यमंत्री नहीं बन सकता? भाजपा, आप, बसपा और अकाली दल की पेट में दर्द क्यों हो रहा है?’’ सुरजेवाला के मुताबिक, कांग्रेस ने दलित समुदाय के व्यक्तियों को राष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष और देश के गृह मंत्री के पद पर पहुंचने का मौका दिया।
मायावती के एक बयान को लेकर उन पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम मायावती जी का सम्मान करते हैं। वो हमारी बुजुर्ग हैं। हम उनसे कहते हैं कि वह भी घोषणा कर दें कि पंजाब में अकाली दल और बसपा का मुख्यमंत्री उम्मीदवार दलित होगा।’’
मायावती ने चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने को चुनावी हथकंडा बताते हुये कहा है कि विधानसभा चुनाव में बसपा और अकाली दल गठबंधन से कांग्रेस बहुत ज्यादा घबरायी हुई है, इसीलिये उसने ऐसा किया है।
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