पीएम मोदी से मिले खट्टर, किसान आंदोलन के साथ सरकार के दो सालों के कार्यकाल पर चर्चा

सीएम मनोहर लाल ने बताया कि उन्होंने पीएम को जन्म दिन की बधाई दी। उनकी काफी दिनों बाद पीएम से मुलाकात हुई थी। उन्होंने हरियाणा के नए प्रोजेक्ट के बारे में पीएम को जानकारी दी। केएमपी के साथ बनने वाले रेलवे के कॉरीडोर के शिलान्यास के लिए पीएम को आमंत्रित किया है।

हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने आज पीएम नरेंद्र मोदी से दिल्ली जाकर मुलाकात की। इस दौरान उनके बीच किसान आंदोलन के साथ मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य और हरियाणा सरकार के दो सालों के कार्यकाल पर चर्चा हुई। हालांकि, सीएम के नजदीकी लोगों का कहना है कि वह पीएम को जन्म दिन की मुबारक बाद देने गए थे।

सीएम मनोहर लाल ने बताया कि उन्होंने पीएम को जन्म दिन की बधाई दी। उनकी काफी दिनों बाद पीएम से मुलाकात हुई थी। उन्होंने हरियाणा के नए प्रोजेक्ट के बारे में पीएम को जानकारी दी। केएमपी के साथ बनने वाले रेलवे के कॉरीडोर के शिलान्यास के लिए पीएम को आमंत्रित किया है। सीएम ने बताया कि करनाल की घटना के साथ किसान आंदोलन के बारे में पीएम को विस्तार से जानकारी दी गई। हालांकि जब उनसे कैबिनेट विस्तार को लेकर सवाल पूछा गया तो वह टाल गए।

कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के केंद्र में एक बार फिर हरियाणा आ गया है। इस आंदोलन के नौ महीने पूरे हो चुके हैं, लेकिन हरियाणा में हंगामा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। शुरू से ही यहां सरकार और किसान दोनों एक दूसरे के खिलाफ आक्रामक तेवर अपनाए हुए हैं। आंदोलन तो यूपी और पंजाब में भी हुए हैं लेकिन हरियाणा में मनोहरलाल सरकार अब तक इस पर काबू करने में सफल नहीं हो पाई है। सरकार और उसके नुमाइंदे किसानों को अपनी बात समझाने में नाकाम साबित हुए हैं।

करनाल में 28 अगस्त शनिवार को किसानों पर हुए लाठीचार्ज और एसडीएम के वायरल वीडियो के बाद सीएम मनोहरलाल बैकफुट पर हैं। इस घटना के बाद किसान संगठनों ने आंदोलन में और धार देने का फैसला लिया है। इससे सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। दरअसल, हरियाणा में किसानों पर लाठीचार्ज की यह कोई पहली घटना नहीं है. यहां बार-बार ऐसा हो रहा है।

हालांकि, करनाल मामले पर प्रशासन और किसानों के बीच सहमति बन गई है। किसानों ने धरना खत्‍म कर दिया है। लाठीचार्ज की न्‍यायिक जांच होगी। एसडीएम आयुष सिन्‍हा जांच के दौरान छुट्टी पर रहेंगे। मृतक किसान के 2 परिजनों को एक सप्‍ताह में सरकारी नौकरी मिलेगी। लेकिन फिर भी हरियाणा के किसान आंदोलन में बढ़चढ़कर भाग ले रहे हैं और ये बात चिंता का विषय बनी हुई है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर का कहना है कि किसान आंदोलन करने वाले और कानून हाथ में लेने वाले किसान नहीं बल्कि राजनीति से प्रेरित लोग हैं। हरियाणा के किसान तो खुशी-खुशी अपने खेतों में काम कर रहे हैं। यह पंजाब के किसान हैं जो टिकरी और सिंघू बॉर्डर पर बैठे हैं।

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