डिबेट शो पर तस्लीम रहमानी सावरकर पर सवाल खड़े करने लगे तो अमिश देवगन भी इन सवालों को सुन भड़कने लगे।
तस्लीम रहमानी ने कहा- ‘इतिहास दो मर्तबा लिखा गया है। हमारे बहुत सम्मानित इतिहासकार हैं आप। एक आजादी की बात आपने कोट की, चाहे अबुल कलाम आजाद साहब को भी कटघरे में खड़ा कर दीजिए, मुझे दिक्कत नहीं है। लेकिन आजादी से पहले अंग्रेजों ने भी एक तारीख लिखी है, आपने भी पढ़ी होगी। उसमें भी जो सावरकर का रोल है। कैसे महिमामंडित कर सकते हैं हम उस ऑर्गनाइजेशन को जो बम ब्लास्ट में आज इंवॉल्व है? जिसमें आर्मी का एक आदमी इंवॉल्व हुआ है? आर्मी से आरडीएक्स चुरा के बम ब्लास्ट कर रहा है।’
रहमानी की इस बात को सुनकर अमिश देवगन भड़क गए और तस्लीम रहमानी से कहने लगे – ‘आपके लिए औरंगजेब महान है, सावरकर पर सवाल है?’ रहमानी कहने लगते हैं- ‘मैंने किसी की महानता की बात नहीं की है, जिस आदमी ने 9 बार दया याचिका की, मैं जानना चाहता हूं 60 रुपए महीना तनख्वा अंग्रेजों से लेने का कारण क्या था?’ अमिश देवगन पलटकर कहते हैं- ‘बिलकुल महान बताया गया है इस देश के अंदर, बाबर को महान बताया गया।’ तो वहीं पत्रकार उदय माहूरकर वजह बताते हुए तस्लीम रहमानी को जवाब देने लगते हैं, देखें वीडियो।
इस वीडियो को देख कर ढेरों लोगों के रिएक्शन सामने आने लगे। संजय कुमार यादव नाम के यूजर ने कहा- ‘₹60 अगर घर के मेंटेनेंस के लिए अंग्रेजो के द्वारा दिए जाते थे तो उसकी कोई डिटेल तो होगी ना? आरएसएस को उसे सार्वजनिक करना चाहिए। रही बात उन्हें देशभक्त समझने की, जो अपनी जान की भीख मांगे अंग्रेजों से, उस समय वह देश भक्त कभी नहीं हो सकता।’
सीधा प्रहार नाम के अकाउंट से कमेंट आया- ‘जिनका मकसद ही देश को इस्लामिक राष्ट्र बनाना हो, वह भारतीय शूर-वीरों का क्या बखान करेंगे?’ धनंजय नाम के यूजर ने कहा- ‘वाकई कितना सच क़हकर फांसी चढ़ गए कि गद्दार मुझे गद्दार ही कहेंगे और देशभक्त, देशभक्त ही कहेंगे। नमन ऐसे वीर को।’
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