प्रधानमंत्री मोदी के केदारनाथ यात्रा पर ही बोलते हुए बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारत पहले आंशिक रूप से मुस्लिम राष्ट्र था।
न्यूज़ 18 इंडिया के डिबेट शो ‘आर पार’ में उन्होंने राहुल गांधी, ममता बनर्जी समेत कई विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा। वो बोले, ‘अगर आप पूछेंगे कि इस दुनिया में एक देश बताइए जहां सभी धर्म पाए जाते हैं तो वो सिर्फ और सिर्फ भारत है क्योंकि भारत हिंदू बाहुल्य था। भारत में सब कुछ का केंद्र हिंदू था लेकिन अफ़सोस… स्वतंत्रता के बाद ऐसी राजनीति चली कि शरिया के तमाम प्रावधान संविधान के हिस्से कर दिए गए।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं जिम्मेदारी से कह रहा हूं कि 2014 से पहले भारत आंशिक रूप से मुस्लिम राष्ट्र था। और अब बदलाव की वो बयार आई है कि ममता बनर्जी चंडी पाठ करतीं हैं, प्रियंका गांधी देवी स्तुति करतीं हैं, अपने अरविंद केजरीवाल जी हनुमान चालीसा पढ़ते हैं, राहुल गांधी जी कुर्ते के ऊपर जनेऊ पहनते हैं, अपना गोत्र बताते हैं, ममता बनर्जी अपना गोत्र बतातीं हैं। क्यों? क्योंकि प्रधानमंत्री जी केदार में दिख रहे हैं, दीपावली जगमग हो रही है।’
उनकी इस बात पर मुस्लिम स्कॉलर शोएब जमई ने जवाब दिया, ‘भारत की राजनीति का केंद्र हिंदू नहीं है बल्कि भारतीय जनता पार्टी की राजनीति का केंद्र नियो-हिंदू है। जिसको उद्धव ठाकरे जी सही कहते हैं कि ये लोग नकली हिंदू हैं, अभी नए नए हैं। वो सही कहते हैं कि ये विभाजनकारी शक्तियां देश को तोड़ना चाहते हैं। ये सब कौन हैं? ये सब व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी की उपज हैं जिनको लगता है कि 2014 के बाद भारत पैदा हुआ, उससे पहले तो समंदर में था भारत।’
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आगे कहा, ‘2014 से पहले भी भारत के प्रधानमंत्री दिवाली मनाते थे, दीपोत्सव की शुभकामना देते थे और ईद की भी देते थे। आप किस हिंदू की बात कर रहे हैं? कांग्रेस का हिंदू जो गांधी-नेहरू के विचारों को मानता है, आपके साथ नहीं। TMC का हिंदू आपके साथ नहीं। लोहिया को मानने वाला हिंदू आपके साथ नहीं। केरल, छत्तीसगढ़ का हिंदू आपके साथ नहीं। महाराष्ट्र का हिंदु आपके साथ नहीं। वो हिंदू आपके साथ है जो दो रुपए में ट्वीट करता रहता है।’
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