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धीरज जगताप के धर्मांतरण की गतिविधियों में संलिप्त होने की बात सामने आने पर गिरफ्तार कर लिया गया।
उत्तरप्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने अवैध धर्मांतरण के लिए काम करने वाली संस्था दावा ग्रुप इस्लामिक यूथ फेडरेशन के एक सक्रिय सदस्य को शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया। वह कानपुर में अवैध धर्मांतरण के लिए लोगों को प्रलोभन दे रहा था। शुक्रवार सुबह उसको कानपुर से पूछताछ के लिए उठाया गया था। शनिवार को एटीएस उसे लखनऊ कोर्ट में पेश करेगी।
एटीएस टीम के मुताबिक शुक्रवार को बताया कि महाराष्ट्र के यवतमाल स्थित पटवारी सोसाइटी निवासी धीरज जगताप को शुक्रवार कानपुर से धर्मांतरण मामले से संबंधित जानकारी के लिए उठाया गया था। पूछताछ में उसके धर्मांतरण की गतिविधियों में संलिप्त होने की बात सामने आने पर गिरफ्तार कर लिया गया। वह लोगों को नौकरी का लालच देकर और धमकाकर धर्मांतरण करा रहा था। धीरज को शनिवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड के लिए प्रार्थना पत्र दिया जाएगा।
दावा ग्रुप इस्लामिक यूथ फेडरेशन की आड़ में करा रहा था धर्मांतरण
यूपी एटीएस ने 20 जून से अब तक अवैध धर्मांतरण मामले में मौलाना उमर गौतम, मौलाना कलीम सिद्दीकी, रामेश्वर कावड़े उर्फ आदम, भूप्रिय बंदो उर्फ अर्सलान मुस्तफा और कौशल आलम समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया। शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया धीरज करीब 10 वर्ष पहले इस्लाम धर्म कबूल कर चुका है। जो प्रसाद कावंडे उर्फ आदम, कौसर आलम और अर्सलान उर्फ भूप्रिय बंदो संग दावा ग्रुप इस्लामिक यूथ फेडरेशन की आड़ में लोगों का धर्मांतरण करा रहा है। इसके लिए लोगों को लालच देने के साथ ही जान-माल की धमकी तक देने में नहीं चूक रहा था।
तीन वाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को धर्मांतरण के लिए कर रहा था प्रेरित
एटीएस की जांच में सामने आया है कि धीरज जगताप, फराज शाह के दावा ग्रुप इस्लामिक यूथ फेडरेशन का भी मुख्य सदस्य है और धर्मांतरण से जुड़े अन्य आरोपियों के भी संपर्क में रहकर देश व्यापी नेटवर्क से जुड़ा है। धीरज दावा, रिवर्ट व रेहाब वाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित कर रहा था। लोगों को नौकरी और पैसों का प्रलोभन देकर इस्लाम अपनाने के लिए प्रेरित करता था।
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